साध्वी पद्मावती के बाद अनशन पर बैठे आत्मबोधानंद को जबरन उठाकर दिल्ली एम्स भिजवाया
प्रशासन की टीम ने शनिवार की दोपहर मातृ सदन में गंगा रक्षा के लिए आमरण अनशन कर रहे ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को भी जबरन उठाकर दिल्ली एम्स अस्पताल में भिजवा दिया है। चार दिनों से पानी का भी त्याग कर देने वाले आत्मबोधानंद का स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा था। बीती शाम उनका छह किलो वजन कम दर्ज किया गया था।
 

 

एसडीएम कुसुम चौहान ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। आज किए गए मेडिकल के बाद उनके वजन में लगातार कमी महसूस की जा रही थी। साथ ही डॉक्टरों ने आशंका जताई थी कि अगर उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई तो उनकी किडनी फेल हो सकती है।
 

इससे पहले साध्वी पद्मावती को भी दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है जहां उनकी स्थिति अभी भी स्थिर और गंभीर बनी हुई है। एसडीएम ने बताया कि मातृ सदन के संतों ने उत्तराखंड के किसी भी अस्पताल में मेडिकल सुविधा लेने से इनकार कर दिया था, इसलिए उन्हें दिल्ली भर्ती कराया गया है।


30 जनवरी को साध्वी जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती कराया था



मालूम हो कि गंगा रक्षा के लिए साध्वी पद्मावती ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था। जिला प्रशासन ने 30 जनवरी को उनको जबरन उठाकर देहरादून स्थित दून अस्पताल में भर्ती करा दिया था। उसी दिन ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने मातृ सदन में आमरण अनशन शुरू कर दिया था। 17 फरवरी को साध्वी पद्मावती को एम्स दिल्ली में भर्ती करने के बाद आत्मबोधानंद ने जल त्यागने की घोषणा कर दी थी।
 

शुक्रवार को मेडिकल टीम ने उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया तो उनका वजन 55 किलो नापा। बताया जाता है कि जल त्यागने से पहले उनका वजन 57 किलो और आमरण अनशन पर बैठने के दिन 61 किलो था। ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने कहा कि जब तक गंगा रक्षा से संबंधित मांगों को माना नहीं जाएगा तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।